हाल ही में खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के सिरोरा गाँव में देश की पहली मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन लॉन्च की।
मीठी क्रांति का उद्देश्य
- यह वैन KVIC के हनी मिशन के तहत शुरू की गई एक प्रमुख पहल है।
- यह शहद उत्पादन के माध्यम से ‘मीठी क्रांति’ (Sweet Revolution) को बढ़ावा देने की ओर एक कदम है।
- मीठी क्रांति या स्वीट रिवोल्यूशन शहद उत्पादन से संबंधित है।
- यह एपीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है।
- यह देश में शहद उत्पादन में वृद्धि पर ज़ोर देने के लिए एक रणनीतिक कदम है।
- मीठी क्रांति का उद्देश्य गुणवत्ता वाले शहद और अन्य संबंधित उत्पादों जैसे- रॉयल जेली, बी वैक्स, पराग आदि के उत्पादन में तेजी लाना है।
मीठी क्रांति का लक्ष्य
- मधुमक्खी पालन से किसानों को जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराना।
- कृषि एवं उद्यानिकी उपज तथा किसानों की आय को बढ़ाना।
- बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाना।
- शहद उत्पादन किसानों की आय दोगुनी करने में एक अहम भूमिका निभा सकता है।
- मधुमक्खी पालन एक कृषि आधारित गतिविधि है जो एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS) के एक भाग के रुप में ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों/ भूमिहीन मजदूरों द्वारा की जा रही है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC)
- यह खादी और ग्रामोद्योग आयोग अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय (statutory body) है।
- इसका कार्य ग्रामीण विकास में लगे अन्य अभिकरणों से समन्वय स्थापित कर ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और अन्य ग्रामोद्योग के विकास के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाते हुए इसे संगठित तथा कार्यान्वित करना है।
- यह सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
हनी मिशन कार्यक्रम
- इसे KVIC द्वारा वर्ष 2017-18 के दौरान लॉन्च किया गया था।
- यह मधुमक्खी पालन गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा ग्रामीण भारत में विशेष रुप से आर्थिक रुप से पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों में किसानों, आदिवासियों व बेरोजगार युवाओं के बीच आत्मनिर्भर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए लागू किया जा रहा है।
- इस मिशन के तहत, KVIC किसानों या मधुमक्खी पालकों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं-
- मधुमक्खी कॉलोनियों की जाँच के मामले में व्यावहारिक प्रशिक्षण
- सभी मौसमों में मधुमक्खी कॉलोनियों के प्रबंधन के साथ-साथ मधुमक्खियों को होने वाले खतरों तथा रोगों की पहचान और प्रबंधन
- मधुमक्खी पालन के उपकरणों का ज्ञान
- शहद निष्कर्षण और बी-वैक्स शुद्धि के बारे में बताना
वैश्विक स्तर पर शहद बाज़ार
- वैश्विक स्तर पर कुल शहद बाजार मूल्य $500 मिलियन है जिसके 2025 तक $1130 मिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है।
- चीन, मैक्सिको, रूस, तुर्की और संयुक्त राज्य अमेरिका प्रमुख शहद उत्पादक देशों में शामिल हैं, जो कुल उत्पादन का लगभग 55% हिस्सेदारी रखते हैं।
- इनमें चीन सबसे बड़ा शहद उत्पादक देश है।
- खपत के लिहाज़ से प्रमुख बाजार यूरोप, उत्तरी अमेरिका और चीन हैं।
- मांग के लिहाज से संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोप भारतीय शहद के बड़े बाजार हैं।