ओ-स्मार्ट क्या है? | What is O-Smart?
- O-Smart का पूरा नाम- Ocean Services, Modeling, Applications, Resources and Technology (O-Smart) Scheme
- इस योजना की शुरुआत अगस्त 2018 में हुई थी।
- यह एक सरकारों अम्ब्रेला योजना है।
- इसे मुख्यतः समुद्री अनुसंधान को बढ़ावा देने और पूर्व चेतावनी मौसम प्रणाली स्थापित करने के लिए लाया गया है।
- नोडल मंत्रालय- पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार
ओ-स्मार्ट योजना के प्रमुख बिंदु | important points of O-Smart Scheme
इस योजना में सात उप-योजनाएं शामिल हैं-
- ओशन टेक्नोलॉजी
- ओशन मॉडलिंग और एडवाइजरी सर्विस (OSMAS)
- ओशन ऑब्जर्वेशन नेटवर्क (OON)
- ओशन नॉन-लिविंग रिसोर्सेस
- मरीन लिविंग रिसोर्सेस एंड इकोलॉजी (MLRE)
- ओशन रिसर्च एंड ऑपरेशन
- मेंटेनेंस ऑफ रिसर्च वेसल्स
इन्हें पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के स्वायत्त संस्थानों द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
जिनमें शामिल हैं-
- राष्ट्रीय महासागर प्रोद्योगिकी संस्थान (NIOT), चेन्नई
- इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशन इंफॉर्मेशन सर्विसेज (INCOIS), हैदराबाद
- राष्ट्रीय तटीय अनुसंधान केंद्र (NCCR), चेन्नई
- समुद्री जीवन संसाधन और पारिस्थितिकी केंद्र (CMLRE), कोच्चि
- नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (NCPOR), गोवा
ओ-स्मार्ट का उद्देश्य | Objective of O-Smart
- भारतीय विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में समुद्री जीवन संबंधित संसाधनों और भौतिक पर्यावरण के साथ उनके संबंधों को स्पष्ट करना
- तटीय जल के स्वास्थ्य मूल्यांकन के लिए समुद्री जल प्रदूषकों के स्तर की निगरानी करना
- समाज के लाभ के लिए महसागरीय सूचना, सलाह, चेतावनियाँ और डेटा उत्पन्न एवं प्रसारित करना
- समुद्री जैव संसाधनों का दोहन करने हेतु प्रोद्योगिकियों का विकास करना
ओ-स्मार्ट का महत्त्व | Importance of O-Smart
- समुद्र विज्ञान के क्षेत्र में भारत की क्षमता निर्माण में वृद्धि
- समुद्री संसाधनों के कुशल और और प्रभावी उपयोग के लिए ब्लू इकॉनोमी पर एक राष्ट्रीय नीति की दिशा में प्रयास
- महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए SDG-14 को प्राप्त करने में सहायता