परिचय
- NMSA का पूरा नाम सतत कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन है।
- यह योजना कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा लॉन्च की गई है।
- इस योजना की शुरुआत 2014-15 (बारहवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान) की गई।
- क्रियान्वयन हेतु रणनीतिक दिशा प्रदान करने के लिए सचिव (कृषि) की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय सलाहकार समिति (NAC) गठित
- राष्ट्रीय स्तर पर एक स्टैंडिंग टेक्निकल कमेटी (STC) द्वारा सहयोग और तकनीकी फीडबैक
योजना के उद्देश्य
- कृषि को अधिक उत्पादक, टिकाऊ/सतत, लाभकारी और जलवायु अनुकूल बनाना
- मिट्टी और नमी के संरक्षण द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
- मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन
- कुशल जल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना
- वर्षा आधारित प्रद्योगिकियों को बढ़ावा
- प्रभावी अंतर और अंतर-विभागीय/ मंत्रालयी समन्वय को बढ़ावा देना
- अन्य मिशनों के सहयोग से किसानों और हितधारकों की क्षमताओं का विकास करना
योजना की विशेषताएं
- कृषि से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (NAPCC) के तहत आठ मिशनों में से एक मिशन है
- इसके तहत फसल और पशुपालन के क्षेत्र में समुचित अनुकूलन और न्यूनीकरण के माध्यम से भारतीय कृषि को जलवायु अनुकूल बनाने की दिशा में कार्य
- NMSA के तहत ये शामिल हैं- जल उपयोग दक्षता में वृद्धि, रसायनों का विवेकपूर्ण उपयोग, आजीविका विविधीकरण, आजीविका विविधीकरण, स्थान विशिष्ट उन्नत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा
NMSA के घटक
- Rainfed Area Development (RAD)
- कृषि वानिकी पर उप-मिशन (SMAF)
- राष्ट्रीय बाँस मिशन (NBM)
- मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (SHM)
- Climate Change & Sustainable Agriculture: Monitoring, Modeling & Networking (CCSAMMN)
योजना के लाभ
- खाद्य और आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक
- स्मार्ट कृषि प्रणालियों को बढ़ावा
- कृषि क्षेत्र में जलवायु अनुकूलन
- संसाधनों का उचित प्रयोग व संरक्षण
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