राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना
- NMMSS का पूरा नाम- राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना
- इस योजना की शुरुआत मई, 2008 में हुई थी।
- इस योजना का कार्यान्वयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
- यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है।
- हाल ही में इसे 15वें वित्त आयोग के पाँच साल की अवधि यानि वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक के लिए जारी रखने की मंजूरी दी गई है।
NMMSS के उद्देश्य
- IX से XII तक की कक्षाओं के मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करना।
- आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को आठवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ने (ड्रॉप-आउट) को रोकना।
- छात्रों को अपने अध्ययन को जारी रखने और माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु छात्रवृत्ति प्रदान करना।
NMMSS की विशेषताएं
- राज्य के सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय के स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा IX के चयनित छात्रों को हर साल एक लाख नई छात्रवृत्ति प्रदान करना।
- दसवीं से बारहवीं कक्षा तक उनकी पढ़ाई को जारी रखना/ पुनः दाखिला देना।
- योजना का विवरण राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) पर दिया गया है।
- NSP का विकास इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया गया है।
NMMSS के लिया पात्रता
- ऐसे छात्र जिनकी सभी स्रोतों से पैतृक आय 3,50,000 रुपए प्रति वर्ष से अधिक नहीं है।
- कक्षा XII में न्यूनतम 55% अंक (अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों के लिए 5% की छूट) या समकक्ष ग्रेड होना चाहिए।
- छात्र एक सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त या स्थानीय निकाय के स्कूल में नियमित छात्र के रुप में पढ़ा होना चाहिए।
- NVS, KVS और आवासीय विद्यालयों के छात्र इस छात्रवृत्ति की प्राप्ति के लिए हकदार नहीं होंगे।
- राज्य सरकार के मानदंडों के अनुसार आरक्षण की व्यवस्था।
NMMSS के लाभ
- यह आगे पढ़ने के इच्छुक बच्चों को प्रोत्साहित करेगी।
- बीच में ही पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों को फिर से पढ़ाई जारी करने में सहायक होगी।
- यह कदम बच्चों तथा देश के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक अच्छा प्रयास है।