BRO और इसका उद्देश्य
Table of Contents
- BRO की स्थापना 7 मई 1960 को की गई।
- यह हमारे देश का एक प्रतिष्ठित, बहुआयामी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एक सड़क निर्माण कार्यकारी बल है।
- BRO का आदर्श वाक्य ‘श्रमेण सर्वम् साध्यम्’ है।
- इसका प्रमुख उद्देश्य बुनियादी ढाँचे के विकास में बड़े पैमाने पर योगदान के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक विकास और सुरक्षा है।
- Border Road Organization में भारतीय सेना के कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, आर्मी सर्विस कॉर्प्स, सैन्य पुलिस और अन्य कर्मियों से चुने गए अधिकारी और सैनिक शामिल होते हैं।
BRO का मिशन
- प्रतिबद्ध, समर्पित और लागत प्रभावी विकास और बुनियादी ढाँचे का निर्माण करना।
- सशस्त्र बलों को उनकी रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने में सहायता करना।
- लागत प्रभावी तरीके से निर्माण गतिविधियों के विभिन्न क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता एवं उत्कृष्टता
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय विकास परियोजनाओं में बढ़ती भागीदारी के माध्यम से क्षमताओं का विकास और विशेषज्ञता
- अत्याधुनिक प्रोद्योगिकी अपनाना और उसका उपयोग
- सूचना प्रोद्योगिकी के इष्टतम उपयोग के माध्यम से सटीक, रियल टाइम और प्रभावी निर्णय लेने के लिए वातावरण बनाना।
- निर्माण गतिविधि में उच्चतम स्तर का कौशल और दक्षता सुनिश्चित करना
- आत्मसम्मान और संगठन में तालमेल सुनिश्चित करने के लिए संगठन में मूल्यों की भावना को बनाए रखना
BRO के कार्य
- देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क अवसंरचना का विकास और रख-रखाव
- सीमावर्ती राज्यों में बुनियादी ढाँचे के विकास द्वारा सामाजिक-आर्थिक विकास
- अन्य देशों में सड़क निर्माण
- मूल क्षेत्रों और पुनः तैनाती वाले क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा को बनाए रखने के लिए सड़कों का विकास और रख-रखाव करना।
- युद्ध में योगदान करने वाले सरकार द्वारा निर्धारित अतिरिक्त कार्यों को निष्पादन
BRO का महत्त्व
- सुरक्षा बनाए रखना और सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास करना
- अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और राजनयिक संबंध बनाए रखने में
- प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, सुनामी आदि) के समय पर प्रमुख भूमिका
BRO के प्रमुख तथ्य
BRO द्वारा बनी गई कुछ प्रमुख सड़कें और सुरंगें
- अटल सुरंग- हिमाचल प्रदेश
- उमलिंगला दर्रा- लद्दाख (विश्व का सबसे ऊँचा मोटरेबल दर्रा)
- डेलाराम-जरांज राजमार्ग– अफगानिस्तान
BRO के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी हैं।
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