सभी देशों की अपनी संस्कृति एवं अपने रिवाज होते हैं, जोकि उस संस्कृति की पहचान अलग बनाते हैं, इसी तरह भारत के प्रमुख वाद्ययंत्र और उनके वादकों के बारे में हम इस post में पढ़ेंगे।
सितार –
पं. रविशंकर, उमाशंकर मिश्र, बुद्धादित्य मुखर्जी, विलायत खां, शाहिद परवेज, वंदेहसन
सरोद –
अमजद अली खां, अलाउद्दीन खां, अली अकबर खां, विश्वजीतराय चौधरी, मुकेश शर्मा, बुद्धदेवदास गुप्ता
संतूर –
शिवकुमार शर्मा, भजन सोपारी
शहनाई –
बिस्मिल्ला खां, अली अहमद, हुसेन खां, दयाशंकर जगन्नाथ

बाँसुरी –
हरिप्रसाद चौरसिया, पत्रालाल घोष, राजेन्द्र कुलकुणीं, वी. कुंजमणि
तबला –
जाकिर हुसैन, अल्ला रखा खां, गुदई महाराज, किशन महाराज, लतीफ खां, सुखविंदर सिंह
वायलिन –
टी.एन. कृष्णन, डॉ. एन. राजम, एल. सुब्राह्मण्यम्
पखावज –
गोपाल दास, ठाकुर लक्ष्मण सिंह, छत्रपति सिंह, रहमान खां
रूद्रबीणा –
उस्ताद सादिक अली खां, असद अली खां

घटम –
टी०एच० विनायकराम, ई०एम० सुब्रमण्यम
वीणा –
एस. बालचंद्रन, कृष्ण भागवतार, बदरुद्दीन डागर
सारंगी –
शकूर खान, पंडित राम नारायण, रमेश मिश्रा, सुल्तान खान
मृदंग –
ठाकुर भीकम सिंह, जगदीश सिंह, पालधार रघु
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